आज जब हम BSNL से किसी को कॉल करते हैं, तो एक बातें आम हो गई हैं—अगर मोबाइल नेटवर्क आ जाए तो उसे उपलब्धि माना जाता है। ऐसे माहौल में अगर टेलीकॉम कंपनी 18 साल बाद मुनाफे (BSNL का मुनाफा) में लौटे, तो यह वाकई बड़ी बात है। हम बात कर रहे हैं भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) की, जो अब फिर से पटरी पर लौटती दिख रही है।
BSNL ने दो तिमाहियों में किया मुनाफा
BSNL ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की तीसरी और चौथी तिमाही में मुनाफा दर्ज किया है। यह 18 साल बाद हुआ है जब कंपनी लगातार दो तिमाहियों तक प्रॉफिट में रही हो। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्विटर पर बताया कि जनवरी से मार्च 2025 में BSNL ने ₹280 करोड़ का मुनाफा कमाया है। इससे पहले अक्टूबर से दिसंबर 2024 की तिमाही में ₹261 करोड़ का मुनाफा हुआ था।
घाटे में भारी कमी
बिज़नेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, इस मुनाफे के चलते BSNL का कुल वार्षिक घाटा ₹5370 करोड़ से घटकर ₹247 करोड़ रह गया है, यानी 58% की गिरावट। यह BSNL के लिए एक बड़ा टर्निंग पॉइंट है।
4G और 5G की ओर तेज़ी से कदम
BSNL अब अपने नेटवर्क को अपग्रेड कर रहा है और जल्द ही देशभर में BSNL 4G सर्विस शुरू की जाएगी। अब तक 90,000 से अधिक टावर लगाए जा चुके हैं, जिनमें से 76,000 को मंजूरी मिल गई है। सरकार ने लक्ष्य रखा है कि जुलाई 2025 तक 1 लाख टावर पूरे हो जाएं। नेटवर्क स्थिर होने के बाद BSNL की 4G से 5G नेटवर्क में स्विचिंग की योजना है।
एक समय की नंबर वन कंपनी
BSNL की शुरुआत 19 अक्टूबर 2002 को लखनऊ से भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी। कुछ ही सालों में यह देश की नंबर वन मोबाइल ऑपरेटर बन गई थी। BSNL के सिम के लिए लंबी-लंबी लाइनें लगती थीं। लेकिन 2008 के बाद Jio और Airtel जैसी प्राइवेट कंपनियों की एंट्री ने इसका मार्केट शेयर घटा दिया।
क्या फिर से बनेगा मार्केट लीडर?
अब जब BSNL मुनाफे में है और BSNL 4G/5G लॉन्च की तैयारी कर रहा है, तो Jio और Airtel जैसी कंपनियों के लिए यह चुनौती बन सकता है। BSNL को सरकारी फंडिंग मिलती है जिससे उसे नेटवर्क विस्तार में आसानी होती है।
ETF vs Mutual Fund कौन है बेहतर निवेश विकल्प Read Now
निष्कर्ष
BSNL की यह वापसी एक नई उम्मीद और चुनौती दोनों है। अब देखना यह होगा कि BSNL 4G और 5G लॉन्च के साथ अपना पुराना गौरव वापस हासिल कर पाता है या नहीं। एक बात तय है, भारत की सरकारी टेलीकॉम कंपनी अब एक बार फिर चर्चा में है और प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों को सतर्क रहने की जरूरत है।
📢 अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो, तो इसे शेयर करें और हमें फॉलो करें ऐसे ही और अपडेट्स के लिए।
Source Lallantop.