हाल ही मे एक देश की बहुत बड़ी न्यूज एजेंसी जिसका नाम ANI (Asian News International) है उसका क्रिएटर को सैम करके पैसे वसूलने का नया तरीका सामने आया है। ये क्रिएटर्स को Strike भेज के उनका चैनल Delete करने की धमकी देकर पैसा वसूलते है। इस न्यूज एजेंसी को Mohak Mangal ने एक्पोज किया है बता दें कि ANI ने इनके भी चैनल पर स्ट्राइक दी थी और पैसे वसूलने की कोशिश की थी। इनके Youtube Channel पर 4.1Million Subscriber हैं।
क्रिएटर्स को डराकर उनसे पैसे वसूल रहा है।
शुरुआत एक मामूली कॉपीराइट स्ट्राइक से 20 मई को यूट्यूबर के चैनल जिसका नाम Mohak Mangal है उस पर एक कॉपीराइट स्ट्राइक आती है। वजह? एक पुराने वीडियो में ANI का सिर्फ 11 सेकंड का फुटेज इस्तेमाल किया गया था—वो भी एक 16 मिनट लंबे वीडियो में। यूट्यूबर को यह यकीन था कि यह Fair Use Doctrine के अंतर्गत आता है, जो कॉमेंट्री, क्रिटिसिज्म, या रिपोर्टिंग जैसे उद्देश्यों के लिए थोड़े समय का फुटेज इस्तेमाल करने की छूट देता है। लेकिन मामला यहीं नहीं रुका। कुछ दिनों बाद एक और कॉपीराइट स्ट्राइक आता है, इस बार 38 मिनट लंबे वीडियो में 9 सेकंड का ANI का क्लिप दिखाने पर। अब यूट्यूबर के चैनल पर दो स्ट्राइक्स हो चुकी थीं। यूट्यूब की पॉलिसी कहती है कि अगर तीन स्ट्राइक्स हो जाएं, तो चैनल बिना किसी चेतावनी के हमेशा के लिए डिलीट हो सकता है।
कॉपीराइट का नाम लेकर करोड़ों की मांग!
इसके तुरंत बाद ANI की तरफ से एक मेल आता है, जिसमें कहा जाता है कि अगर यूट्यूबर चाहता है कि उसके चैनल से स्ट्राइक्स हट जाएं, तो उसे 45 लाख रुपये + GST देना होगा। साथ ही, ANI उसे अपनी वीडियो लाइब्रेरी की एक साल की सब्सक्रिप्शन भी देगा। यानी गलती करो या न करो, बस ANI का फुटेज इस्तेमाल कर लो, और फिर तैयार रहो लाखों रुपये देने के लिए। अगर पैसे नहीं दिए, तो स्ट्राइक्स बढ़ाए जाएंगे, चैनल डिलीट किया जाएगा। इसे अगर "बिजनेस मॉडल" कहा जा रहा है, तो फिर इसे ब्लैकमेलिंग का दूसरा नाम कहना गलत नहीं होगा।
कई बड़े क्रिएटर्स बन चुके हैं शिकार
इस यूट्यूबर ने खुलासा किया कि ANI ने सिर्फ उसके साथ ऐसा नहीं किया। कई बड़े यूट्यूबर्स—जिनके विचार, कंटेंट या ऑडियंस कुछ भी हो—ANI ने सबको एक समान तरीके से टारगेट किया। किसी ने 12 लाख, किसी ने 18 लाख, और एक बड़े क्रिएटर ने 50 लाख रुपये देकर अपनी चैनल बचाई।
ANI का कहना था कि उन्होंने कुल 8 वीडियो पर स्ट्राइक डाले हैं, और हर स्ट्राइक की कीमत 5 लाख रुपये है। यानी या तो 40 लाख पेनल्टी दो, या फिर दो साल की सब्सक्रिप्शन खरीद लो। ANI के कर्मचारियों की कॉल रिकॉर्डिंग्स में यह बात साफ झलकती है कि वो क्रिएटर्स को डराने की कोशिश करते हैं, स्ट्राइक्स की धमकी देते हैं, और फिर सौदेबाज़ी की भाषा में बात करते हैं।
सरकार को भेजी गई शिकायत, जनता से मांगा साथ
Mohak Mangal ने हार नहीं मानी। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी ईमेल के ज़रिए प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव को भेजी। उन्होंने ANI द्वारा भेजे गए ईमेल, कॉल रिकॉर्डिंग्स, और सबूत इकट्ठे कर लिए हैं। वो अब केवल अपने लिए नहीं, बल्कि सभी यूट्यूबर्स के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने साफ कहा है कि अगर ANI ने उनका चैनल डिलीट भी कर दिया, तो वो दोबारा शुरू करेंगे। लेकिन किसी ब्लैकमेलर के सामने झुकेंगे नहीं।
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यूट्यूब कम्युनिटी से की अपील
उन्होंने अपने फॉलोअर्स और यूट्यूब कम्युनिटी से कुछ अहम अपील की:
1. अगर आपने भी ANI से कोई मेल या स्ट्राइक पाई है, तो सबूत इकट्ठा कर I&B मंत्रालय को भेजें।
2. ANI के पॉडकास्ट पर गए बड़े क्रिएटर्स (जैसे Prakhar, Kushal आदि) इस मामले में चुप न रहें। वो अगर आवाज़ उठाएंगे, तो ANI को भी अपने व्यवहार पर पुनर्विचार करना पड़ेगा।
यह सिर्फ एक यूट्यूबर की लड़ाई नहीं है
आज इंटरनेट एक ऐसा माध्यम बन चुका है जहाँ कोई भी व्यक्ति अपनी बात कह सकता है, अपनी आवाज़ बुलंद कर सकता है। लेकिन अगर इस स्पेस में भी पैसे और पावर के दम पर ब्लैकमेलिंग होने लगे, तो यह हमारे लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और स्वतंत्र मीडिया के लिए खतरा है।
अगर ANI जैसी एजेंसियां अपने कॉन्टेंट के बहाने लाखों-करोड़ों की उगाही करने लगें, तो आने वाले समय में स्वतंत्र पत्रकारिता और क्रिएटिविटी दोनों का दम घुट जाएगा।
निष्कर्ष
यह कहानी सिर्फ एक कॉपीराइट स्ट्राइक की नहीं है। यह एक सिस्टम की पोल खोलती है, जो सत्ता और डर के सहारे पैसा कमाना चाहता है। ANI की यह हरकत सिर्फ अनैतिक नहीं, बल्कि कानूनी रूप से भी सवालों के घेरे में है। अब यह सरकार, मीडिया संस्थानों और जनता की ज़िम्मेदारी है कि वे इस मामले को गंभीरता से लें, ताकि आगे कोई और क्रिएटर ANI जैसे संस्थानों के दबाव में न आए।
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