दोस्तों अमेरिका की राजनीति में एक बार फिर भूचाल आ गया है, लेकिन इस बार वजह बने हैं टेक्नोलॉजी के बेताज बादशाह एलन मस्क और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप। दोनों के बीच जुबानी जंग इतनी तेज हो गई है और दोनो के बीच माहौल काफी गर्म हो गया है। आइए देखते हैं क्या है इस झगड़े की असली वजह?
Tweeter से शुरू हुईं कहानी?
एलन मस्क ने हाल ही में एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए दावा किया कि मेरे बिना ट्रंप कभी भी चुनाव नहीं जीत पाते। मस्क को ऐसा लगता है उन्होंने ही ट्रंप को चुनाव जितवाया है। मस्क ने यह भी कहा कि अगर वह ट्रंप का समर्थन नहीं करते, तो डेमोक्रेट्स हाउस और सीनेट दोनों ट्रंप को हराकर जीत हासिल कर लेते।
ट्रंप का पलटवार – सब्सिडी और कॉन्ट्रैक्ट्स पर निशाना
ट्रंप ने भी सोशल मीडिया पर पलटवार करते हुए लिखा कि अमेरिका का अरबों डॉलर बचाने का सबसे आसान तरीका यह है कि एलन मस्क को मिलने वाली सभी सरकारी सब्सिडी और कॉन्ट्रैक्ट्स को खत्म कर दिया जाए। ट्रंप का कहना है कि उन्हें हैरानी है कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने ऐसा पहले क्यों नहीं किया।
मस्क का पलटवार
ट्रंप की इस पोस्ट के जवाब में मस्क ने लिखा कि अगर सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स रद्द किए गए तो स्पेस एक्स को अपने ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट को डीकमीशन (यानि रिटायर) करने की प्रक्रिया शुरू करनी पड़ेगी। उन्होंने यह पोस्ट भारतीय समयानुसार 6 जून की सुबह करीब 1:39 बजे की थी।
One Big Beautiful Bliss बिल बना असली दिक्कत?
दरअसल ट्रंप और मस्क के बीच बढ़ती तल्खी की असली वजह एक नया बिल है, जिसका नाम है "One Big Beautiful Bliss".यह एक 1038 पन्नों का बजट रिकंसिलेशन बिल है, जो अमेरिका के खर्च, राजस्व और कर्ज सीमा में बदलाव करने के लिए लाया गया है। इस बिल को मई में बड़ी मुश्किल से हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में पास किया गया और अब यह सेनेट में है। हालांकि वहां इसके पास होने की संभावना कम बताई जा रही है।
एलन मस्क इस बिल के सख्त खिलाफ हैं। उनका मानना है कि यदि यह बिल पास हुआ तो इससे अमेरिका का बढ़ा हुआ कर्ज और बढ़ जाएगा और उनकी खुद की कंपनी Tesla को बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने इस बिल को आपत्तिजनक और अपमानजनक बताया है क्योंकि इसका असर देश की आर्थिक स्थिति पर पड़ सकता है। वहीं ट्रंप का कहना है कि मस्क को तब तक कोई परेशानी नहीं थी जब तक उन्हें यह नहीं पता चला कि उनकी सरकार EV की अनिवार्यता को खत्म करने जा रही है। ट्रंप ने कहा, मैं मस्क से बहुत निराश हूं। मैंने उनकी मदद की थी। हालांकि बात यहीं नही रुकी Musk पलटकर करते हुए कहा कि यह बिल उन्हें एक बार भी नहीं दिखाया गया। उन्होंने कहा कि यह बिल रातोंरात इतनी तेजी से पास किया गया कि कांग्रेस के सदस्यों को पढ़ने का भी वक्त नहीं मिला।
Elon Musk किसी भी पार्टी के सपोर्ट मे नही?
5 जून को मस्क ने एक्स पर एक पोल चलाया जिसमें उन्होंने पूछा कि क्या अमेरिका में एक नई राजनीतिक पार्टी होनी चाहिए जो देश की 80% मिडिल क्लास जनता का प्रतिनिधित्व करे? इससे साफ संकेत मिला कि मस्क अब रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स दोनों से अलग रास्ता अपनाना चाहते हैं। 6 जून को मस्क ने एक और चौंकाने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है एक बड़ा धमाका करने का। उन्होंने दावा किया कि ट्रंप का नाम एप्सन फाइल्स में है और यही वजह है कि ट्रंप इस बिल पर चुप हैं।
शेयर बाजार मे पड़ा सीधा असर।
ट्रंप के बयान आने के बाद टेस्ला के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली 5 जून Tesla का शेयर 17% तक टूट गया जिससे कारण कंपनी का $152 बिलियन का पूंजीकरण कम हो गया। वहीं Bitcoin पे भी इस गरमा–गर्मी का सीधा असर पड़ा और Bitcoin $5500 क्रैश कर गया। बता दें कि ट्रंप बिटकॉइन के सपोर्ट में रहने के लिए काफी चर्चित हैं।
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निष्कर्ष:
कभी एक-दूसरे के घनिष्ठ सहयोगी रहे ट्रंप और मस्क अब खुलकर आमने-सामने आ गए हैं। यह जुबानी जंग सिर्फ व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि अमेरिका की राजनीति, टेक इंडस्ट्री और आर्थिक नीतियों को भी प्रभावित कर सकती है। आगे क्या होगा? क्या मस्क वाकई नई पार्टी बनाएंगे? क्या टेस्ला को वाकई नुकसान होगा? और क्या ट्रंप फिर से राष्ट्रपति बन पाएंगे? इन सभी सवालों के जवाब आने वाले दिनों में सामने आएंगे।