इस कंपनी के शेयर मे एक ही दिन (23 जून 2025) को करीब 11 % की उछाल देखने को मिली। शेयर का प्राइस 630 रूपये पर खुला पहले शेयर ने 627 रूपये का लो लगाया फ़िर 707 रूपये का हाई लगाया जो की इंट्राडे मे 80 प्वाइंट का मूवमेंट किया। शेयर ने 704 पे क्लोजिंग की। हम बात कर रहे हैं CPCL की (Chennai Petroleum Corporation Limited) की जो की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) की सब्सिडियरी कंपनी है। ये मुख्य रूप से रिफाइनिंग का काम करती है– यानी क्रूड ऑयल से पेट्रोल, डीजल और अन्य उत्पाद तैयार करना। कंपनी की स्थापना सन् 1965 मे हुई थी और इसका हैडक्वाटर चेन्नई में है। CPCL दक्षिण भारत की सबसे बड़ी रिफाइनिंग कंपनियों में से एक है। यह रिफाइनिंग करीब 11.5 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (MMTPA) Oil सप्लाई करती है।
क्यों बढ़ा CPCL का शेयर??
JP Morgan द्वारा पब्लिश की गई एक रिपोर्ट में बताया है कि अगर युद्व (ईरान–इजरायल) की स्थिति आती है तो Crude ऑयल का प्राइस $120 के ऊपर जा सकता है। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल (crude oil) की कीमतों में तेजी देखने को मिली है। ईरान-इज़राइल के बीच तनाव के कारण Crude Oil का प्राइस मे जून मे 30 प्रतिशत की तेजी आई है और मिडिल ईस्ट में अनिश्चितता के चलते ब्रेंट क्रूड $89 के पार पहुंच गया। इसका सीधा असर रिफाइनिंग कंपनियों की मार्जिन पर पड़ता है। जैसे-जैसे कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं और पेट्रोल-डीजल की बिक्री कीमत स्थिर रहती है, रिफाइनिंग कंपनियों को अधिक मुनाफा होता है।सरकार ने हाल ही में CPCL को Motor Spirit और High-Speed Diesel बेचने का लाइसेंस दिया है। इसका मतलब अब कंपनी सीधे पेट्रोल पंप खोल सकती है और खुदरा बिक्री कर सकती है। यह CPCL के लिए एक बड़ा गेमचेंजर साबित हो सकता है। पहले यह केवल IOC के ज़रिए ही अपने उत्पाद बेचती थी, अब खुद अपने ब्रांड से मार्केट में उतर सकेगी।
Technical Approach
टेक्निकल चार्ट्स की बात करें तो CPCL का शेयर अपने 50-day, 100-day और 200-day moving averages(EMA)को पार कर चुका है। जो की एक Bullish अलार्म है। इसका मतलब निवेशकों में तेजी की भावना है।
Fundamental Analysis
इस कंपनी का वर्तमान बाज़ार पूंजीकरण ₹10,464 करोड़ है, जिससे ये मिड-कैप कैटेगरी में आती है। स्टॉक का मौजूदा भाव ₹704 है, जो इसके 52-हफ्तों के उच्चतम ₹1,275 और न्यूनतम ₹433 के बीच है। कंपनी ने पिछले 5 साल में 33% का ROE दिया है। वहीं पिछले 3 साल में 31% का ROE दिया है। कंपनी का फाइनेंशियल ईयर (FY25) Q3 December मे Net Profit 21 करोड़ और FY25 Q4 मार्च मे 470 करोड़ का था। अपने इन्वेस्टर को कंपनी चार साल से लगातार डिविडेंड दे रही है। डिविडेंड यील्ड 7.83% है, जो इसे एक अच्छा डिविडेंड देने वाला स्टॉक बनाता है।
📊 वैल्यूएशन और लाभ
स्टॉक P/E 48.9 है, जो इंडस्ट्री P/E 28.3 से काफी ऊपर है। यानी स्टॉक महंगा वैल्यूएटेड है। बुक वैल्यू ₹551 है और (P/B) प्राइस टू बुक वैल्यू 1.27 है, जो ठीक-ठाक वैल्यूएशन को दर्शाता है।ROE (Return on Equity) 2.51% और ROCE 4.30% है, जो बहुत मजबूत नहीं माने जाते।
Profit Growth -92.2% और सेल्स ग्रोथ -10.1% दर्शाते हैं कि कंपनी की ग्रोथ फिलहाल कमजोर स्थिति में है।
कंपनी की कुल संपत्ति ₹17,065 करोड़ है, और कुल कर्ज ₹3,117 करोड़। Debt to Equity Ratio सिर्फ 0.38 है, जो लो रिस्क को दर्शाता है। Current Ratio 1.17 है, यानी कंपनी की शॉर्ट टर्म लायबिलिटी मैनेज करने की क्षमता ठीक है। पिछली तिमाही में कंपनी ने ₹470 करोड़ का नेट प्रॉफिट पोस्ट किया है, जबकि साल भर का( Profit After Tax) ₹214 करोड़ रहा।
इस कंपनी की डिविडेंड यील्ड मजबूत है और बैलेंस शीट स्थिर है, लेकिन ग्रोथ के आंकड़े और ROE/ROCE जैसे रिटर्न पैरामीटर कमजोर हैं। जो निवेशक डिविडेंड इनकम पर फोकस करते हैं, उनके लिए यह स्टॉक आकर्षक हो सकता है, लेकिन लॉन्ग टर्म ग्रोथ के लिए सुधार की जरूरत है।